आज़मगढ़, 21 अगस्त | यूपी के आजमगढ़ जिले के तरवां थाना क्षेत्र के बांसगांव में अनुसूचित जाति के प्रधान की हत्या को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. गुरुवार सुबह से कांग्रेस पार्टी के नेताओं को पुलिस-प्रशासन शांत कराने में व्यस्त था तभी आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर भीआज़मगढ़ की सीमा पर पहुंच गए और धरने पर बैठ गए.
प्रशासन द्वारा जब उन्हें रोका गया तो वह अपने समर्थकों के साथ वहीं धरने पर बैठ गए. मौके पर पहुंचे एसडीएम व सीओ ने कई बार समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं उठे. सीओ ने कई बार उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन वो धरने पर बैठे रहे.
उन्होंने कहा कि यहां हमें आइना दिखाया गया है. प्रधान की हत्या कर परिवार वालों से कहा गया कि जाओ देखो हमने हत्या कर दी है. मैं अपने परिवार से मिलने जाना चाहता हूं. बिना मिले नहीं जाउंगा. मैं इस समाज से हूं.
गुरुवार सुबह कांग्रेस नेताओं ने गांव जाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया. शाम के चार बजे तक कांग्रेस नेताओं को जनपद से बाहर रवाना किया तो तीन बजे अतरौलिया बार्डर पर भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने धरना शुरू कर दिया.
चंद्रशेखर के अपने समर्थकों के साथ जनपद की सीमा पर आने की सूचना से प्रशासन सक्रीय हो गया. आंबेडकरनगर में एक दलित लड़की के दुष्कर्म की घटना के संबंध में परिजनों से मिलने के बाद आजमगढ़ पहुंचे थे। प्रशासन द्वारा रोके जाने पर लंबे-चौड़े काफिले के साथ वहीं बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए।
न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, एसपी ग्रामीण सिद्घार्थ, एसडीएम दिनेश कुमार मिश्र और सीओ ने उनकी डीएम से बात कराई। धारा-144 का हवाला दिया गया। इसके बाद भी समर्थक टस से मस नहीं हुए। आजाद ने एक दो समर्थकों के साथ वहां जाने की बात कही इसके बावजूद प्रशासन ने नहीं जाने दिया। वहीं मौके पर एसपी ग्रामीण कई थानों की फोर्स पीएसी के साथ तैनात रही।