मसीहुज़्ज़मा अंसारी | इंडिया टुमारो
नई दिल्ली, 2 सितंबर | जामिया मिलिया इस्लामिया की स्टूडेंट्स एक्टिविस्ट और नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) में सक्रीय रहीं आएशा रेना और लदीदा फरज़ाना ने मंगलवार को दक्षिणपंथी न्यूज़ पोर्टल ऑपइंडिया को गलत सूचना प्रसारित करने पर लीगल नोटिस भेजा है.
ऑपइंडिया को भेजे गए लीगल नोटिस में ये आरोप लगाया गया है कि दक्षिणपंथी न्यूज़पोर्टल ने आएशा रेना और लदीदा फरज़ाना पर ‘नॉर्थईस्ट दिल्ली की हिंसा’ में भाग लेने और उनके आतंकवाद से संबंध होने की झूठी ख़बर प्रकाशित की है.
यह नोटिस उनके वकील अमीन हसन द्वारा भेजी गई है. नोटिस में ऑपइंडिया वेबसाइट से बिना शर्त माफी मांगने और 50 लाख रुपये का मुआवज़ा देने की मांग की गई है.
इंडिया टुमारो से बात करते हुए अधिवक्ता अमीन हसन ने कहा, “हमारे क्लाइंट आएशा और लदीदा के सम्बन्ध में ऑपइंडिया न्यूज़पोर्टल ने झूठी और मनगढ़ंत ख़बरें प्रकाशित की है जिसे लेकर हमने उन्हें लीगल नोटिस भेजा है.”
अधिवक्ता अमीन हसन ने कहा, “यदि हमारी नोटिस का जवाब नहीं देते या ग़लत ख़बर प्रकाशित करने पर माफ़ी नहीं मांगते तो हम सिविल और क्रिमिनल प्रक्रिया के तहत न्यूज़पोर्टल पर क़ानूनी कार्रवाई करेंगे.”
नोटिस में कहा गया है कि 16 दिसंबर, 2019 से आएशा और लदीदा के संबंध में ऑपइंडिया द्वारा कई झूठी ख़बर प्रकाशित की गई है.
लीगल नोटिस भेजे जाने के संबंध में एक प्रेस रिलीज़ भी जारी किया गया है जिसमें ऑपइंडिया को छात्रों के खिलाफ़ झूठी ख़बर फ़ैलाने का आरोप लगाया गया है.
आएशा रेना और लदीदा फरज़ाना द्वारा कहा गया है कि ऑपइंडिया ने छात्र नेताओं के खिलाफ मनगढ़ंत कहानी बनाने और उसे प्रसारित करने की कोशिश की है कि हम देशद्रोही, उग्रवादी और आतंकवादी हैं.
ऑपइंडिया न्यूज़पोर्टल को संघ परिवार से निकटता के लिए जाना जाता है. इस हिंदू राष्ट्रवादी वेबसाइट के संबंध में अल्पसंख्यकों के विरुद्ध फ़र्ज़ी ख़बरें प्रकाशित करने का आरोप लगता रहा है.
जारी बयान में कहा गया है कि, यदि वे हमारी नोटिस का जवाब नहीं देते तो हम न्यायिक प्रक्रिया द्वारा ऑपइंडिया के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होंगे.
नोटिस में उन खबरों के लिंक भी साझा किए गए हैं जिनमें ऑपइंडिया पर रेना और फरजाना के खिलाफ प्रकाशित करने का आरोप लगाया गया है.
उन्होंने यह भी कहा है कि उनके सोशल मीडिया पोस्ट और सार्वजनिक भाषणों को गलत संदर्भ में व्याख्या करके मनगढ़ंत निष्कर्ष निकाल कर प्रकाशित किया गया है.